<p style="text-align: justify;"><strong>कोलकाता:</strong> पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि लोगों को सच जानने का अधिकार है कि आजाद हिंद फौज के नेता और क्रांतिकारी सुभाष चन्द्र बोस के साथ क्या हुआ था. उन्हें पता चलना चाहिए की साल 1945 में ताइहोकू विमान दुर्घटना के बाद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के साथ क्या हुआ.</p> <p style="text-align: justify;">साल 2015 में आज के ही दिन राज्य सरकार ने नेताजी से संबंधित फाइलों को गोपनीय सूची से हटा दिया था. इसे याद करते हुए ममता ने कहा कि आम जनता को यह जानने का हक है कि विमान दुर्घटना के बाद उनके प्यारे नेता के साथ क्या हुआ.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>दुर्घटना के बाद नेताजी के साथ क्या हुआ?</strong></p> <p style="text-align: justify;">बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘आज ही के दिन 2015 में हमारी सरकार ने नेताजी से संबंधित फाइलों को गोपनीय सूची से हटा दिया था. ताइहोकू विमान दुर्घटना के बाद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के साथ क्या हुआ? जनता को सच जानने का हक है.’’</p> <code></code> <blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"> <p dir="ltr" lang="en">On this day in 2015 our government declassified the <a href="https://twitter.com/hashtag/NetajiFiles?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#NetajiFiles</a>. What happened to Netaji Subhas Chandra Bose after the air crash at Taihoku? People deserve to know the truth.</p> — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) <a href="https://twitter.com/MamataOfficial/status/1041907164225458177?ref_src=twsrc%5Etfw">September 18, 2018</a></blockquote> <p style="text-align: justify;">उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 18 सितंबर, 2015 को नेताजी से संबंधित 64 फाइलों को गोपनीय सूची से अलग कर दिया था. मोदी सरकार ने भी जनवरी 2015 में नेताजी से संबंधित कई फाइलों को गोपनीय सूची से अलग किया था.</p> <p style="text-align: justify;">बहरहाल इन फाइलों में ऐसी कोई सूचना या नए साक्ष्य नहीं हैं. जिनसे यह पता चले कि 18 अगस्त, 1945 को ताइहोकू (अब के ताइवान) में विमान दुर्घटना के बाद उनके साथ क्या हुआ.</p>
0 Comments